Kadaknath murgi palan benefits :- भारत के किसान खेती के अलावा पशुपालन भी कर रहे हैं। विभिन्न पशुओं को पालकर किसान अच्छा मुनाफा भी कमा रहे हैं। साथ ही, राज्य की जनजातीय महिलाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश सरकार ने कड़कनाथ मुर्गा पालन इकाई की स्थापना की योजना बनाई है। पोषक तत्वों से भरपूर कड़कनाथ मुर्गे की मांग हर दिन बढ़ती जा रही है। इसलिए राज्य सरकार ने कड़कनाथ मुर्गे पालने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए इस योजना को शुरू किया है। राज्य सरकार की इस योजना के तहत लाभार्थियों को कड़कनाथ मुर्गे पालने के लिए 100 चूजे, शेड, बर्तन, दाना मिल रहा है।
बाजार में कड़कनाथ की डिमांड सबसे अधिक
कड़कनाथ नस्ल की मांग बाजार में सबसे अधिक है किसान कड़कनाथ मुर्गी पालन करके अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं। कड़कनाथ मुर्गा अपने कई गुना के कारण जाना जाता है। इसका मांस और अंडा दोनों औषधीय हैं। कड़कनाथ मुर्गा और उसके अंडे बहुत महंगे हैं। इस प्रजाति की मुर्गी कड़कनाथ की मुर्गी से दोगुना कीमती होती है, जिसका एक अंडा लगभग ३० से ३५ रुपए और एक मुर्गा ९०० से १२० रुपए प्रति किलो मिलता है।
कड़कनाथ मुर्गे की ख़ासियत
कड़कनाथ मुर्गे की त्वचा, पंख, मांस और खून काले होते हैं। यह सफेद चिकन की तुलना में कॉलेस्ट्रोल में काफी कम होता है, और इसमें कम फैट होने के कारण हृदय और मधुमेह के लिए भी अच्छा है। कड़कनाथ मुर्गा कम वसा, प्रोटीन, हृदय-श्वास और एनीमिक रोगियों के लिए फायदेमंद है। कड़कनाथ मुर्गा और उसके अंडे बहुत महंगे हैं। यह आसानी से 900 से 1100 रुपए प्रति किलो मुर्गा और 30 से 35 रुपए प्रति अंडा बिकता है। इस प्रजाति की मुर्गी कड़कनाथ की मुर्गी से भी तीन गुना महंगी होती है।
कड़कनाथ मुर्गे की पहचान
कड़कनाथ मुर्गे की त्वचा, पंख, मास, खून सभी का रंग काला होता है सफेद चिकन की तुलना में इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी कम होती है फैट की मात्रा कम होने के चलते इसे हृदय और मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद माना जाता है इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ कम वसा, प्रोटीन से भरपूर, हृदय श्वास और एनीमिया रोगी के लिए लाभदायक होता है
कड़कनाथ मुर्गी पालन करते समय इन बातों का रखें ध्यान
कड़कनाथ मुर्गी पालन करते समय किसानों को कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक होता हैं, वो बातें निम्नलिखित हैं
- कड़कनाथ मुर्गी पालन (kadaknath murgi palan) करने के लिए पोल्ट्री फार्म गांव या शहर से थोड़ी दूरी पर ही खोलें।
- कड़कनाथ मुर्गी पालन करने के लिए आप कृषि विज्ञान केंद्र या किसी पोल्ट्री फार्म से प्रशिक्षण अवश्य प्राप्त करें।
- कड़कनाथ मुर्गे के स्वस्थ चूजों को ही पोल्ट्री फार्म में रखें।
- फार्म को जमीन से थोड़ी ऊंचाई पर बनाएं, ताकि फार्म में पानी का जमाव न हो।
- फार्म में रोशनी और पानी की उचित व्यवस्था रखें।